ऐसे भोलेनाथ रहते, हर घड़ी तैयार है। जो भी उनका नाम लेवे, होवे भव से पार है।। ऐसे भोलेनाथ रहते, हर घड़ी तैयार है। जो भी उनका नाम लेवे, होवे भव से पार है।।
प्रिय मित्रों की अहम टिप्पणी , देखो क्या रंग लाएंगीII प्रिय मित्रों की अहम टिप्पणी , देखो क्या रंग लाएंगीII
कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा.... कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा....
अपनी इच्छाओं को जताया। मैं बैल हूँ तूने मुझे भगवान बनाया। अपनी इच्छाओं को जताया। मैं बैल हूँ तूने मुझे भगवान बनाया।
मुझे स्वच्छ नदी ही रहने दो यही बस मेरा श्रेय है। मुझे स्वच्छ नदी ही रहने दो यही बस मेरा श्रेय है।
शब्द धर्म है, शब्द ही है विज्ञान, शब्द ख़ुदा हैं, शब्द ही हैं श्रीराम। शब्द धर्म है, शब्द ही है विज्ञान, शब्द ख़ुदा हैं, शब्द ही हैं श्रीराम।